
एबीवीपी ने सीयूईटी में पचास फीसदी आरक्षण की मांग को लेकर सरकार के खिलाफ कालेज गेट पर की तालाबंदी, ज्ञापन भेजा
मसूरी। सत्तापक्ष (भाजपा) की छात्र इकाई अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) भी सीयूईटी के अंर्तगत उत्तराखंड के छात्रों को पचास प्रतिशत आरक्षण की मांग को लेकर मुखर हो गई है। परिषद ने इसे लेकर एमपीजी कालेज में मुख्य गेट पर तालाबंदी कर प्रदर्शन किया। इस मौके पर उन्होंने एमपीजी कालेज के प्रधानाचार्य के माध्यम से केंद्रीय शिक्षा मंत्री को ज्ञापन प्रेषित कर प्रथम सेमेस्टर में मेरिट के आधार पर छात्रों को प्रवेश देने की मांग की है।
प्रदेशभर में सीयूईटी के विरोध में छात्र संगठन पुरजोर विरोध कर रहे हैं। एमपीजी कालेज मसूरी में भी छात्र इसका विरोध कर रहे हैं। वहीं अब अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) इसमें आरक्षण की मांग को लेकर मुखर हो गया है। एबीवीपी ने एमपीजी कालेज के गेट पर सीयूईटी के विरोध में धरना प्रदर्शन किया व केंद्रीय शिक्षा मंत्री, एचएनबी गढवाल विश्वविद्यालय के वीसी आदि के खिलाफ जमकर नारेबाजी की व कालेज के मुख्य गेट पर तालाबंदी कर दी। इस मौके पर उन्होंने प्रधानाचार्य के माध्यम से केंद्रीय शिक्षा मंत्री को ज्ञापन प्रेषित किया। जिसमें मांग की गई है कि एचएनबी केंद्रीय विश्वविद्यालय से संबद्ध सभी कालेजों में सीयूईटी में उत्तराखंड के छात्रों को पचास प्रतिशत आरक्षण देने व 12वीं के प्राप्तांक की मेरिट के आधार पर प्रवेश देने की मांग की है।
इस मौके पर एबीवीपी के नगर मंत्री अमित पंवार ने कहा कि छात्र सीयूईटी का विरोध नहीं कर रहे, बल्कि इसमें उत्तराखंड के महाविद्यालयों को पचास प्रतिशत आरक्षण मांग रहे हैं। वहीं कहा कि उत्तराखंड के छात्र पहाड़ी क्षेत्रों से आते हैं, जहां नेट की सुविधा नहीं है न उनके पास कोई संदेश गया। उन्हें उच्च शिक्षा में प्रवेश के लिए गांव गांव जाकर जागरूक करना चाहिए कि छात्र इसके लिए तैयारी करें व सीयूईटी की परीक्षा पास करने के बारे मे अवगत करायें। इस मौके पर एबीवीपी ने केद्र सरकार को चेतावनी दी कि यदि छात्रों की मांग को पूरा नहीं किया जाता है तों उग्र आंदोलन किया जायेगा।
इस मौके पर छात्रसंघ अध्यक्ष प्रीतम पिंटू ने कहा कि महाविद्यालय में दूर दराज के छात्र पढने आते है, लेकिन उन्हें इसकी सूचना समय पर नहीं मिली कि सीयूईटी की परीक्षा पास करनी है। ऐसे में छात्रों का भविष्य अंधकारमय हो गया है। प्रवेश न होने पर सीटें खाली पड़ी है।
इस मौके पर एबीवीपी के नगर उपाध्यक्ष रितिक कैंतुरा ने कहा कि केंद्र सरकार ने नई शिक्षा नीति के अनुसार प्रवेश के लिए सीयूईटी लागू की है, लेकिन उत्तराखंड पहाड़ी क्षेत्र है। जहां पर समय से छात्रों को सूचना नहीं मिली व छात्र प्रवेश से वंचित रह गये। उन्होंने मांग की है कि छात्रों को पुरानी मेरिट के आधार पर प्रवेश दे।
इस मौके पर एबीवीपी के नगर मंत्री अमित पंवार, छात्रसंघ अध्यक्ष प्रीतम पिंटू, उपाध्यक्ष सौरव सिंह, विवि प्रतिनिधि मोहन शाही, सह सचिव शीला, अंजलि, उमेद चंद कुमाई, आदित्य पडियार, रितिक कैंतुरा, अक्षत रावत, मनवीर तोमर, अंकित रावत, रोहित रावत, संजू कोहली, जतिन, सौरभ नौटियाल, सीमा सजवाण, रिंकी, सचिन जवाड़ी, अभिषेक गुसाई, आकाश पंवार, शोभा थापा, कविता, संध्या पंवार, प्रीति, पदम, दीक्षित, योगेश, प्रियंका, रजनी, मनीषा, अनिल, हरीश, सतीश, हर्षित, अंकित, अजीत, रोहित, रोनिका आदि मौजूद रहे।