मनीष गौनियाल ने प्रदेश सरकार व मंत्री गणेश जोशी पर बोला हमला, कहा- मसूरी की दुर्दशा के लिए जिम्मेदार हैं मंत्री जोशी
मसूरी। सामाजिक कार्यकर्ता मनीष गौनियाल ने सैन्यधाम, गलोगी में विगत वर्षों से हो रहे भूस्खलन, सड़कों की दुर्दशा व मसूरी शहर की दुर्दशा आदि को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं। साथ ही प्रदेश सरकार की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े किए हैं।
यहां एक होटल के सभागार में आयोजित पत्रकार वार्ता में गौनियाल ने कहा कि देहरादून में बनने वाले सैन्य धाम भू माफियाओं को लाभ पहुंचाने के लिए बनाया जा रहा है, जबकि इसके लिए चमोली स्थित सवारगांव देवाल के लोगों द्वारा निशुल्क भूमि देने की भी बात की गई थी। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार व काबिना मंत्री गणेश जोशी केवल भू माफियाओं को लाभ पहुंचाने के लिए शहीदों के नाम पर राजनीति कर रहे है,जबकि देश की सीमाओं की रक्षा करते हुए सबसे अधिक शहीद सवारगांव देवाल के हुए है।
वहीं मनीष गौनियाल ने कहा कि विगत 3 सालों से मसूरी देहरादून मुख्य मार्ग पर गलोगी धार के पास पहाड़ी दरकने से मार्ग बाधित हो जाता है, लेकिन आज तक इसका ट्रीटमेंट नहीं किया गया है। जिससे बरसात के समय यहां पर लगातार जानमाल का भय बना रहता है। उन्होंने कहा कि यदि यथाशीघ्र इसके ट्रीटमेंट की कार्यवाही शुरू नही की जाती है, तो वे प्रदेश सरकार व मंत्री गणेश जोशी के खिलाफ भूख हड़ताल करने के लिए बाध्य होंगे। वहीं उन्होंने सड़कों की बदहाल स्थिति को लेकर भी गणेश जोशी पर लापरवाही का आरोप लगाया व कहा कि आए दिन बदहाल सड़कों पर लोग चोटिल हो रहे हैं लेकिन अब तक सरकार में बैठे जनप्रतिनिधियों द्वारा इस ओर ध्यान नहीं दिया गया है। वहीं ऐतिहासिक माल रोड भी जगह जगह झील में तब्दील हो रही है। इसका पर्यटन पर भी बुरा असर पड़ रहा है, जिससे यहां पर्यटकों की संख्या में कमी आने लगी है।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मसूरी में एकमात्र डिग्री कॉलेज में रोजगार परक विषय ना होने के कारण यहां के गरीब छात्र छात्राओं को महंगे शहरों में पठन-पाठन के लिए जाना पड़ता है। वही यहां का एकमात्र उप जिला चिकित्सालय डॉक्टरों और स्टाफ नर्स की कमी से जूझ रहा है, जिस कारण मरीजों को देहरादून जाने के लिए बाध्य होना पड़ता है।
गौनियाल ने कहा कि 2009 में शुरू हुई सीवर परियोजना पर भी प्रश्न चिन्ह लगाते हुए कहा कि 2023 तक भी यह योजना पूरी नहीं हो पाई है, जबकि इस योजना में 130 करोड से अधिक की धनराशि खर्च की जा चुकी है।
वहीं उन्होंने कहा कि मसूरी में सबसे बड़ी समस्या आवास की है और यहां पर एमडीडीए व स्थानीय विधायक जोशी द्वारा आवासीय कॉलोनी को लेकर किसी भी प्रकार का कार्य नहीं किया गया है। इसके उलट यदि कोई अपना आशियाना बनाता है तो उस पर मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण का डंडा चल जाता है, जबकि बड़े-बड़े होटल धड़ल्ले से बन रहे हैं। कहा कि आवासहीन व गरीब लोगों को छत उपलब्ध कराने के लिए कैबिनेट मंत्री द्वारा आज तक कोई प्रयास नहीं किया गया।