चंबा में टैक्सी पार्किंग में कुदरत ने ढहाया कहर, मलवा गिरने से तीन वाहन दबे, दो महिला व एक बच्चे का शव बरामद
टिहरी/चंबा: उत्तराखंड के टिहरी जिले के चंबा में टैक्सी पार्किंग पर दोपहर करीब एक बजे पहाड़ी से गिरे सैकड़ों टन मलबे की चपेट में तीन वाहन आ गए. हादसे में चार महीने के मासूम समेत तीन लोगों की मौत हो गई. भूस्खलन होते ही टैक्सी स्टैंड में अफरा-तरफी मच गई. आस-पास खडे़ लोगों ने भागकर किसी तरह अपनी जान बचाई. मलवा साफ करने के लिए छह जेसीबी मशीन, डोजर लगाए गए हैं.
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, भूस्खलन से बड़ी मात्रा में मलबा, बोल्डर टैक्सी स्टैंड और नई टिहरी मार्ग, थाने की एप्रोच रोड और नीचे स्थित ऋषिकेश-गंगोत्री हाईवे पर जा गिरा. अक्सर लोग थाने के समीप टैक्सी स्टैंड में अपने वाहन भी पार्क कर देते हैं. बताया जा रहा है कि दोपहर को कंडीसौड़ जसपुर गांव निवासी सुमन खंडूरी कार बुक कर पत्नी और बच्चे को लेकर सुसराल डारगी गांव जा रहे थे. चंबा पहुंचने पर उन्होंने ड्राइवर को कार टैक्सी स्टैंड में खड़ी करने के लिए कहा. वहां पर उनकी बहन सरस्वती मिलने आई थी. सुमन और ड्राइवर कार खड़ी कर सामान खरीदने के लिए बाजार चले गए. उनकी पत्नी पूनम, बेटा और बहन सरस्वती देवी कार के अंदर बैठी हुई थी। इसी दौरान हादसा हो गया.
जिलाधिकारी टिहरी मयूर दीक्षित ने बताया कि मलवा हटाने का काम अभी लगातार जारी है. तीन शव बरामद कर लिए गए हैं. सर्च ऑपरेशन जारी है और ऐतिहात के तौर पर आसपास की लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा जा रहा है. मलबे में ग्राम जसपुर कंडीसौड़ निवासी पूनम खंडूरी (30) उनके चार माह के बेटे और बहन सरस्वती देवी (35) दब गए हैं जिनके शवों को पंचनामे के लिए जिला अस्पताल बोराड़ी ले जाया गया है. वहीं, मलबे में तीन कार, एक स्कूटी और बाइक भी दब गई. मलबे में दबकर वहां पर बना सार्वजनिक शौचालय भी जमींदोज हो गया.
उत्तराखंड पर अगले दो से तीन दिन भारी
उत्तराखंड में अगले दो से 3 दिन भारी बारिश का सामना लोगों को करना पड़ सकता है. मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून के मुताबिक प्रदेश में 21 से 24 अगस्त तक भारी बारिश हो सकती है. 23 और 24 अगस्त को प्रदेश में भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी दी गई है. मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून के निदेशक डॉ विक्रम सिंह ने बताया है कि अभी ऑरेंज अलर्ट में चेतावनी दी गई है लेकिन अगर बारिश का असर ज्यादा दिखता है तो इस रेड अलर्ट में भी रखा जा सकता है. 23 और 24 अगस्त को प्रदेश में नैनीताल, देहरादून, पौड़ी बागेश्वर चंपावत, हरिद्वार, उधम सिंह नगर, समेत रुद्रप्रयाग उत्तरकाशी चमोली में भी भारी बारिश का अलर्ट रखा गया है.
मानसून सीजन में प्रदेश में कई जगहों पर भारी बारिश से हुए नुकसान को लेकर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि मानसून सीजन जारी है. ऐसे में आपदा की स्थिति भी लगातार बनती दिख रही है. अभी नुकसान को लेकर आकलन करने की जगह पर जो लोग प्रभावित हैं, उनको राहत मुहैया कराया जाना पहली प्राथमिकता है. आपदा प्रबंधन विभाग में जानकारी दी है कि इस मानसून सीजन में कई जगहों पर भारी बारिश के चलते आपदा में 64 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और करीब 862 करोड रुपए के सरकारी संपत्ति का भी नुकसान हुआ है.
प्रसिद्ध टपकेश्वर महादेव मंदिर का एक हिस्सा ढहा
राजधानी देहरादून में लगातार बारिश के कारण प्रसिद्ध टपकेश्वर महादेव मंदिर का एक हिस्सा ढह गया है. दरअसल भारी बारिश के कारण पहले एक पेड़ गिरने से मंदिर का रास्ता आंशिक रूप से बंद हो गया था. वहीं अब मंदिर का एक हिस्सा ढह गया है.
फिलहाल सावन का सोमवार होने के कारण एक ओर जहां टपकेश्वर महादेव मंदिर में पूजा करने के लिए भक्तों की लंबी लाइन लगी हुई है. वहीं मंदिर के एक हिस्से के गिर जाने के कारण मंदिर के मार्ग में मलबे के इक्ट्ठा होने के कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. बता दें कि इससे कुछ दिन पहले ही भारी बारिश के कारण तमशा नदी के उफान पर होने के कारण मंदिर की सुरक्षा दीवार टूट गई थी.