चमोली: जिले में आपदाओं से निपटने के लिए डिस्ट्रिक्ट डिजास्टर रिसपोंस फोर्स का किया गठन
रिपोर्ट: केशर सिंह नेगी
चमोली। आपदाओं से सशक्त तौर पर निपटने के लिए जिले में डिस्ट्रिक्ट डिजास्टर रिसपोंस फोर्स (डीडीआरएफ) का गठन किया है। जिसमें पीआरडी स्वयं सेवकों का चयन किया गया है। ड्रिस्ट्रिक्ट डिजास्टर रिसपोंस फोर्स के लिए चयनित पीआरडी स्वयं सेवकों के दल को गदरपुर उधम सिंह नगर में एनडीआरएफ के माध्यम से आपदा जोखिम न्यूनीकरण के लिए 21 दिवसीय प्रशिक्षण 09 जुलाई 2023 से शुरू हो गया है। जनपद आपदा मोचन दल में जिले के 27 पीआरडी स्वयं सेवक प्रशिक्षण ले रहे है।
जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी एनके जोशी ने बताया कि जिलाधिकारी के निर्देशों पर क्षेत्रीय युवा कल्याण अधिकारी सुशील कुमार के नेतृत्व में डीडीआरएफ के 27 पीआरडी जवानों को प्रशिक्षण के लिए गदरपुर, उधम सिंह नगर भेजा गया है। उद्यम सिंह नगर में एनडीआरएफ द्वारा इस दल को आपदा के दौरान खोज, बचाव और राहत कार्यो के साथ जोखिम आंकलन, प्राकृतिक संसाधनों का बेहतर प्रबंधन हेतु विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
डीडीएमओ ने बताया कि जनपद की भौगोलिक स्थिति अत्यंत जटिल होने के साथ भूकंप की दृष्टि से भी जिले को अत्यंत संवेदनशील जोन-5 में रखा गया है। चारधाम यात्रा के दौरान बद्रीनाथ एवं हेमकुंड साहिब में लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं एवं यात्री वाहनों की आवाजाही रहती है। प्राकृतिक आपदाओं एवं दुर्घटनाओं के घटित होने पर तत्काल खोज एवं बचाव कार्य किए जाने हेतु जनपद आपदा मोचन दल का गठन किया गया है।
आपदाओं से सशक्त तौर पर निपटने के लिए जिले में डिस्ट्रिक्ट डिजास्टर रिसपोंस फोर्स (डीडीआरएफ) का गठन किया है। जिसमें पीआरडी स्वयं सेवकों का चयन किया गया है। ड्रिस्ट्रिक्ट डिजास्टर रिसपोंस फोर्स के लिए चयनित पीआरडी स्वयं सेवकों के दल को गदरपुर उधम सिंह नगर में एनडीआरएफ के माध्यम से आपदा जोखिम न्यूनीकरण के लिए 21 दिवसीय प्रशिक्षण 09 जुलाई 2023 से शुरू हो गया है। जनपद आपदा मोचन दल में जिले के 27 पीआरडी स्वयं सेवक प्रशिक्षण ले रहे है।
जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी एनके जोशी ने बताया कि जिलाधिकारी के निर्देशों पर क्षेत्रीय युवा कल्याण अधिकारी सुशील कुमार के नेतृत्व में डीडीआरएफ के 27 पीआरडी जवानों को प्रशिक्षण के लिए गदरपुर, उधम सिंह नगर भेजा गया है। उद्यम सिंह नगर में एनडीआरएफ द्वारा इस दल को आपदा के दौरान खोज, बचाव और राहत कार्यो के साथ जोखिम आंकलन, प्राकृतिक संसाधनों का बेहतर प्रबंधन हेतु विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
डीडीएमओ ने बताया कि जनपद की भौगोलिक स्थिति अत्यंत जटिल होने के साथ भूकंप की दृष्टि से भी जिले को अत्यंत संवेदनशील जोन-5 में रखा गया है। चारधाम यात्रा के दौरान बद्रीनाथ एवं हेमकुंड साहिब में लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं एवं यात्री वाहनों की आवाजाही रहती है। प्राकृतिक आपदाओं एवं दुर्घटनाओं के घटित होने पर तत्काल खोज एवं बचाव कार्य किए जाने हेतु जनपद आपदा मोचन दल का गठन किया गया है।