
Weather Report: मौसम विभाग की भविष्यवाणी हो रही सटीक साबित, उत्तराखंड में भारी बारिश का दौर जारी
देहरादून: मौसम विज्ञान केंद्र निदेशक बिक्रम सिंह के मुताबिक प्रदेश में अगले चार दिन बादल छाये रह सकते हैं. ज्यादातर क्षेत्रों में बारिश जारी रहने का अनुमान है. मौसम विभाग की भविष्यवाणी सटीक साबित हो रही है. पूरे उत्तराखंड में भारी बारिश का दौर जारी है. देहरादून समेत ज्यादातर क्षेत्रों में मूसलधार बारिश हो रही है. लगातार हो रही बारिश से पर्वतीय क्षेत्रों में भूस्खलन का खतरा बना हुआ है. दून में वर्षा के कारण पारे में भारी गिरावट दर्ज की गई है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वर्षाकाल के दृष्टिगत सभी जिलाधिकारियों व आपदा प्रबंधन अधिकारियों को अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए हैं। सचिव आपदा प्रबंधन रंजीत सिन्हा ने सभी जिलाधिकारियों को उच्च हिमालयी क्षेत्र में पर्यटकों को आवागमन की अनुमति न देने के निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने अनुरोध किया है कि यात्रा शुरू करने से पहले मौसम की जानकारी अवश्य ले लें।
मौसम विभाग की चेतावनी के मद्देनजर जिलाधिकारी सोनिका ने कल 10 जुलाई 2023 को देहरादून जनपद के कक्षा 1 से कक्षा 12 तक के सभी शासकीय, गैर शासकीय स्कूल, आंगनबाड़ी केंद्र बंद रखने के आदेश दिए हैं. वहीँ जिन स्कूल एवं कॉलेजों में परीक्षा कार्यक्रम पूर्व निर्धारित हैं वह अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार परीक्षाएं संचालित कर सकेंगे. वहीँ नैनीताल, अल्मोड़ा और ऊधमसिंह नगर में भी कक्षा एक से 12 तक के सभी स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र बंद रहेंगे. देहरादून के साथ ही उत्तरकाशी में एक दिन(10 जुलाई) , ऊधमसिंह नगर में दो दिन(10 व 11 जुलाई), अल्मोड़ा में तीन दिन(10 से 12 जुलाई) और नैनीताल में 10 से 13 जुलाई तक चार दिवसीय अवकाश घोषित किया गया है।
बड़ा सड़क हादसा
रविवार सुबह लगभग 3 बजे एनएच 58 ऋषिकेश-श्रीनगर पर गूलर के पास मैक्स वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो गया. वाहन सोनप्रयाग से ऋषिकेश आ रहा था जिसमें चालक सहित 11 व्यक्ति सवार थे. अचानक वाहन के आगे पहाड़ी से पत्थर गिरने से वाहन अनियंत्रित हो गया. मालाकुंठी पुल से होटल आनंद काशी के बीच में राष्ट्रीय राजमार्ग से नीचे गंगा नदी की ओर खाई में गिर गया. इसमें से 5 घायलों को अस्पताल भेज दिया गया है. एसडीआरएफ डीप ड्राइवर्स द्वारा 3 व्यक्तियों का शव बरामद कर लिया गया है. बाकी अन्य 4 लोगों की तलाश लगातार जारी है.
पुलिस चौकी ब्यासी, थाना मुनि की रेती द्वारा SDRF को घटना की सूचना दी गई जिसके बाद सर्चिंग अभियान चलाया गया. रेस्क्यू अभियान 5 घायलों को रेस्क्यू कर एम्बुलेंस द्वारा अस्पताल भिजवाया. रेस्क्यू किए गए यात्रियों द्वारा बताया गया कि वे सभी लोग अलग-अलग स्थानों के रहने वाले है और सोनप्रयाग से एक मैक्स गाड़ी में बैठे थे.
वहीं दूसरी ओर यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर डाबरकोट भूस्खलन जोन से गिरे पत्थर की चपेट में आने से रविवार शाम एक पुलिस कांस्टेबल की मौत हुई है. पुलिस कांस्टेबल डाबरकोट में तीर्थयात्रियों के वाहनों को सुरक्षित पास कराने के लिए तैनात था.
जानकारी के मुताबिक कांस्टेबल चमन तोमर निवासी बानसू लखवाड़ चकराता देहरादून डाबरकोट भूस्खलन जोन से वाहनों को सुरक्षित पास करा रहा था. अचानक भूस्खलन जोन से पत्थर गिरे. एक पत्थर की चपेट कास्टेबल चमन तोमर भी आया, जिससे चोटिल होकर वह सड़क पर ही गिर गया. होमगार्ड सागर ने चोटिल हुए कांस्टेबल का रेस्क्यू किया. चोटिल कांस्टेबल को देखते हुए तीर्थयात्री चंद्रशेखर पुत्र प्रभुदयाल निवासी नेहरू नगर, इंदौर मध्य प्रदेश ने अपनी गाड़ी में बैठे स्वजन तीर्थयात्रियों को दूसरे वाहन में शिफ्ट किया. अपने वाहन में घायल कांस्टेबल को सीएचसी बडकोट पहुंचाया। जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित किया.</span
#WATCH | Badrinath National Highway closed due to landslide near Chhinka and NH-9 closed in Kumaon division at Champawat
(Visuals from Chhinka area) pic.twitter.com/Tj8TLFmcFx
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) July 9, 2023
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वहीं बदरीनाथ धाम और हेमकुंड साहिब की तीर्थयात्रा पर जा रहे तीर्थयात्रियों के वाहनों की आवाजाही छिनका में खतरे के बीच हो रही है. रविवार को भी यहां मलबा आने से करीब दो घंटे तक वाहनों की आवाजाही बंद रही. छिनका में बदरीनाथ हाईवे के हिल साइड अभी टनों मलबा और पत्थर अटके हुए हैं जो कभी भी हाईवे पर आ सकते हैं. यहां पुलिस जवानों की निगरानी में वाहनों की आवाजाही करवाई जा रही है. पहाड़ी से लगातार हो रहे भूस्खलन से यहां हाईवे बेहद संकरा और खतरनाक बन गया है. हल्की बारिश होने पर भी मलबा हाईवे पर आ रहा है. वहीं जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदकिशोर जोशी ने बताया कि छिनका में हाईवे को सुचारु रखने के पूरे प्रयास किए जा रहे हैं. यात्रा धीमी पड़ने और मौसम अनुकूल होने पर यहां से मलबा हटाया जा रहा है.
चमोली जिले में भारी बारिश के बाद हुए भूस्खलन से 17 ग्रामीण मार्ग बंद हो गए हैं. ऐसे में ग्रामीणों को जरूरी सामान लाने के लिए भी कई किमी पैदल चलना पड़ रहा है. जिलासू-सरणा, हापला-गुड़म-नैल, पोखरी-नखोलियाना, सेमी-मासौं, रानो-सिमखोली, लंगासू-ग्वाड़-बणसोली-कांडा-मैखुरा, सेमी पनाई-उत्तरों, खन्ना, कुजासू-पैणी, बूंगीधार-मैहलचौरी-बछुवावाण, थराली-डुंगरी, नारायणबगड़-भगोती-झिंझोड़ी, हाट कल्याणी-बैराधार समेत कई सड़के बंद पड़ी हैं.
इन जिलों में बारिश का अनुमान
देहरादून, हरिद्वार, टिहरी, पौड़ी, नैनीताल, बागेश्वर और चंपावत में कहीं-कहीं भारी वर्षा हो सकती है. अन्य जिलों में भी तीव्र बौछारें पड़ने के आसार हैं. मौसम विभाग ने अगले चार दिनों के लिए भारी वर्षा को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया है.